“Ajit Agarkar: अजीत अगरकर ने मक्खी की तरह निकाला बाहर, रणजी में दोहरा शतक मारकर मचाया हाहाकार”

Ajit Agarkar:

Ajit Agarkar: साउथ अफ्रीका के दौरे पर भारतीय टीम ने हाल ही में 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली, जहां मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के नेतृत्व में युवा खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी गई और कई अनुभवी खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया गया।

इस फैसले के कारण अगरकर ने फैंस के गुस्से का सामना किया, खासकर जब टीम इंडिया पहले टेस्ट में करारी हार का शिकार हुई। इसी बीच, जिस अनुभवी खिलाड़ी की अनुपस्थिति सबसे अधिक महसूस की जा रही थी, उस खिलाड़ी ने अब दोहरा शतक जड़कर चयनकर्ता को अपने प्रदर्शन का जोरदार जवाब दिया है।

Ajit Agarkar

“भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता के रूप में अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) के कार्यकाल के दौरान, टीम के चयन प्रक्रिया में काफी बदलाव आए हैं। अगरकर के नेतृत्व में, कई वरिष्ठ खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया गया है, जिसमें दो प्रमुख नाम अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) शामिल हैं।

इन दोनों खिलाड़ियों को भारतीय टेस्ट टीम के स्तंभ माना जाता था, लेकिन उनके बाहर होने से टीम की बल्लेबाजी क्रम में बड़े बदलाव आए हैं। यह निर्णय अगरकर की युवा प्रतिभाओं पर विश्वास और नई रणनीति को दर्शाता है, हालांकि इससे उन्हें क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों की आलोचना का सामना भी करना पड़ा है।”

“पुजारा-रहाणे को टेस्ट मैचों में मौका नहीं”

भारतीय क्रिकेट टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है, विशेषकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके घरेलू मैदान पर भारत की ऐतिहासिक जीत में। इस जीत ने न केवल भारतीय टीम की प्रतिभा को प्रमाणित किया, बल्कि इन दोनों खिलाड़ियों की अहमियत को भी उजागर किया। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में इन दोनों को टेस्ट क्रिकेट में उतने मौके नहीं मिल पाए हैं।

विशेष रूप से, साउथ अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज में इन दोनों की अनुपस्थिति ने कई प्रश्न उठाए हैं। इससे टीम के चयन में दोहरे मापदंडों की बात सामने आई है, जिसके लिए मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) को क्रिकेट प्रेमियों की कठोर आलोचना और गुस्से का सामना करना पड़ा है। यह स्थिति भारतीय क्रिकेट में टीम चयन के प्रति एक जटिल और गंभीर चर्चा को उजागर करती है।

“दोहरे शतक के साथ ठोका मुंह पर करारा तमाचा”

चेतेश्वर पुजारा, भारतीय क्रिकेट के सबसे विश्वसनीय बल्लेबाजों में से एक, ने रणजी ट्रॉफी में अपनी बल्लेबाजी कौशल का शानदार प्रदर्शन किया है। झारखंड के खिलाफ उन्होंने एक भव्य पारी खेलते हुए 226 रन बनाए, जिसमें 29 चौके शामिल थे। पुजारा की इस पारी ने न सिर्फ उनकी बल्लेबाजी की मजबूती को उजागर किया, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में उनके अनदेखी के फैसले पर भी प्रश्न उठाए।

उनकी यह पारी टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि पुजारा को अनदेखा करना टीम के लिए एक बड़ी भूल हो सकती है। इस पारी के माध्यम से, पुजारा ने दिखाया है कि उन्हें लंबे समय तक टीम से बाहर नहीं रखा जा सकता।

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज़

  • 37 दोहरे शतक – ब्रैडमैन (ऑस्ट्रेलिया)
  • 36 दोहरे शतक – हैमंड (इंग्लैंड)
  • 22 दोहरे शतक – हेंड्रेन (इंग्लैंड)
  • 17 दोहरे शतक – सटक्लिफ (इंग्लैंड)
  • 17 दोहरे शतक – रामप्रकाश (इंग्लैंड)
  • 17* दोहरे शतक – पुजारा (भारत).

“पुजारा का दोहरा धमाका और मांकड़ का शतक, सौराष्ट्र ने खड़ा किया विशाल स्कोर”

सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफी में एक शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन किया, जिसमें चेतेश्वर पुजारा की नाबाद 243 रनों की जबरदस्त पारी और प्रेरक मांकड़ के 104 नाबाद रनों की मदद से उन्होंने 8 विकेट पर 578 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। पुजारा की पारी में धैर्य और कौशल की झलक देखने को मिली, वहीं मांकड़ ने भी अपनी शतकीय पारी के द्वारा प्रभावित किया। इस बड़े स्कोर ने सौराष्ट्र को मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है।

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